जैसी तुम्हारी इच्छा
Jaisi Tumhari Icha
मोहिनी को कौन नहीं जानता था, जैसा उसका नाम, वैसे ही उसके करम, मोहिनी अपनी बातों से सदा सबका मन मोह लेती थी, हर किसी के दुख: सुख में सब का साथ देती थी, औरों को खुश करने की खातिर वो अपने दुख: को भूल जाती थी, पार्टीयाँ करने का उसे बहुत शौक था, उसका घर सदा लोगों से भरा रहता था, जब भी देखो, धूम धड़क्का, धूम धड़क्का, आस पास के लोग भी उसकी इस आदत से परिचित थे और सदा उसका साथ देते थे, समय बीतता गया और पार्टीयाँ यूँ ही चलती रहीं, समय के साथ साथ मोहिनी का शरीर भी कमज़ोर होता जा रहा था, परन्तु उसकी पार्टीयों में कोई परिवर्तन नहीं आया, हँसी खुशी का माहौल ऐसे ही बना रहा, आख़िर मोहिनी के जाने का समय आ गया, यमराज ने अपने दूत को धरती पर ये आदेश देकर भेजा कि वो अपने साथ मोहिनी को ले आये, आज्ञा पाकर दूत धरती पर आया जहाँ उसने देखा कि मोहिनी अपनी पार्टी में व्यस्त है, उसे दीन और दुनिया की कोई ख़बर नहीं, उसे देख कर यमदूत की इतनी हिम्मत नहीं पड़ी कि वो बिना बताए मोहिनी को ले जाए, दूत ने मनुष्य का वेश धारण किया और स्वयं भी पार्टी में शामिल हो गया, थोड़ी देर बाद जब मौका मिला तो दूत ने मोहिनी को एकांत में ले जाकर अपने आने का कारण बताया, दूत ने मोहिनी को ये भी बताया कि आज उसको एक सौ लोगों को अपने साथ ले जाना है, उसके पास जो सौ लोगों की लिस्ट है उस में मोहिनी का नाम सब से पहला है, यह सुनकर मोहिनी ने दूत से कहा कि हे महात्मा मेरी इस पार्टी में क्यों भंग डाल रहे हो,
देख नहीं रहे हो कि लोग कितने मगन हैं, मुझे तुम्हारे साथ जाने में कोई आपत्ति नहीं है, बस थोड़ा सा समय और देदो, और हाँ, अगर ले ही जाना है तो अपनी लिस्ट को नीचे से शुरू क्यों नहीं कर लेते, इस तरह से मेरा नम्बर सब से बाद आएगा और अपने लोगों का साथ थोड़ी देर के लिये और मिल जाएगा, यमदूत के कहने पर कि ऐसा संभव नहीं है, मोहिनी ने उस से कहा कि क्यों न वो भी कुछ देर पार्टी का आनन्द ले ले, दूत ने मोहिनी के इस निमंत्रण को स्वीकार कर लिया और अपनी लिस्ट एक ओर रखकर पर्टी का आनन्द लेने लगा, मोहिनी इस दुनिया से इतनी जल्दी जाना नहीं चाहती थी, उसे ये भी पता था कि यमदूत उसे छोड़ेगा भी नहीं, एकाएक उस के मन में विचार आया और उसने आँख बचाकर यमदूत की लिस्ट में अपने नाम का कार्ड सब से नीचे कर दिया, सब काम यूँ ही चलता रहा, थोड़ी देर बाद यमदूत को ध्यान आया और वो मोहिनी के पास आकर कहने लगा कि उसने मोहिनी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और सब से नीचे जिस का नाम है उसे वो सब से पहले ले जाएगा, यह सुनकर मोहिनी ने केवल इतना कहा और चलने को तैयार हो गई, टाल नहीं सकता कोई, लिखा जो है सो होए कितने जतन कुछ भी करो, जो होना है सो होए.
Related posts:
Hindi Moral Story "Raja ke Sau Chehre", "राजा के सौ चेहरे” for Kids, Full length Educational Story f...
Hindi Stories
Moral Story "True Profitable Transaction " for Kids and Children, English Story for Class 5, 6, 7, ...
Children Story
Short Story "The Donkey and The Cotton" for Children, moral story for kids in English for competitio...
Children Story
English Moral Story "Honesty" for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7,...
Children Story
Moral Story "Facing Difficulties in Life " for Kids and Children, English Story for Class 5, 6, 7, 8...
Children Story
Short Story "The FOX or The LION" for Children, moral story for kids in English for competition with...
Children Story
English Moral Story "Three effigies" for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5...
Children Story
English Short, Moral Story “Weakness vs Hard Work" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10...
Children Story
Hindi Moral Story “Chatur Bandar”, “चतुर बंदर” for Kids, Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.
हिंदी कहानियां
English Short, Moral Story “The Kite" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, competition...
Moral Story
English Short, Moral Story “The Three Wise Men” for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, c...
Short Story
Hindi Moral Story “Siyar aur Bhediya”, “सियार और भेड़” for Kids, Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10...
Children Story
English Short, Moral Story “Lazy Jack" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, competitio...
Moral Story
Hindi Moral Story "Chor aur Raja”, “चोर और राजा” for Kids, Full length Educational Story for Student...
हिंदी कहानियां
English Short, Moral Story “Joy of Giving" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, compet...
Moral Story
Short Story "The Ugly Tree" for Children, moral story for kids in English for competition with moral...
Children Story
English Short, Moral Story “A Witty Reply" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, compet...
Moral Story
Akbar-Birbal English Moral Story "The Loyal Gardener" for Kids, Educational Story for Students of cl...
Moral Story
English Short, Moral Story “Wise are Seldom Taken In" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9,...
Moral Story
English Moral Story "Andhka Sur" for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6,...
Children Story