ऋण वापस मांगने के लिए मित्र को पत्र ।
मवाना कला,
जिला मेरठ ।
दिनांक 2 जनवरी,
प्रिय मित्र सुभाष,
सप्रेम नमस्ते ।
अत्र कुशलं तत्रास्तु ।
मैंने पिछले दिनों अधिक व्यस्तता के कारण तुम्हें पत्र नहीं लिखा, क्षमा प्रार्थी हूँ। होली के अवसर पर मैं 15 दिन के लिए सपरिवार दक्षिण भारत दर्शन के लिए जाना चाहता हूँ।
वैसे तो मैं रुपयों के लिए घर लिख देता पर पिछले दिनों माता जी ने दो हजार रुपये रेफ्रीजरेटर के लिए दे दिए थे, सो इस समय माँगने का साहस नहीं होता। तुमने पाँच सौ रुपये दिसंबर के अंत में लौटाने का वचन दिया था, सो अब जनवरी का प्रथम सप्ताह आ गया है । इस राशि को दो-चार दिन में मनीआर्डर द्वारा भेज सको तो मुझे विशेष सुविधा हो जाएगी। रुपयों के लिए कोई विशेष तकलीफ़ उठाने की आवश्यकता नहीं है, फिर मैं कोई और उपाय देखूगा ।
भाभी जी को नमस्ते व बच्चों को मृदुल प्यार। पत्रोत्तर की प्रतीक्षा में ।
तुम्हारा चिरस्नेही,
अनिल कुमार