साहित्य और समाज ज्ञान के संचित कोष के नाम को ‘साहित्य’ कहा जाता है। साहित्य मानव समाज का मस्तिष्क है। जिस प्रकार मानव मन में अनेक प्रकार के विचार, भावनाएँ तथा कल्पनाओं का संयोजन होता है, उसी प्रकार साहित्य में उससे संबंधित समाज या जातीय...
Hindi Essay, Nibandh on “साहित्य और समाज”, “Sahitya Aur Samaj” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.
