Home » Archive by category "हिंदी कहानियां" (Page 13)

Hindi Moral Story “Chaplooson ki Dosti”, “चापलूसों की दोस्ती” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

Akbar Birbal

शिकार का ऐलान एक घने जंगल में एक शेर और उसके चार सेवक (लोमड़ी, चीता, चील और भेड़िया) रहते थे। लोमड़ी शेर की सेक्रेटरी थी। चीता राजा का अंगरक्षक था। सदा उसके पीछे चलता। चील दूर-दूर तक उड़कर समाचार लाती। भेड़िया गॄहमंत्री था। उनका असली...

Continue reading »

Hindi Moral Story “Bda Sochne Walon ke Sapne Poora Hua krte Hain”, “बड़ा सोचने वालों के सपने पूरे हुआ करते हैं”

Akbar Birbal

जब भी सोचो बड़ा सोचो किसी गाँव में एक गरीब लड़का रहता था। उसके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। बेचारे परिवार वालों ने बड़ी मुश्किल से उसे पढ़ाया ग्रेजुएशन कराया लेकिन देश में बढ़ती बेरोजगारी की वजह से बेचारे को नौकरी नहीं मिली।...

Continue reading »

Hindi Moral Story “Sher aur Kishmish”, “शेर और किशमिश” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

Akbar Birbal

शेर और किशमिश एक खूबसूरत गांव था। चारों ओर पहाड़ियों से घिरा हुआ। पहाड़ी के पीछे एक शेर रहता था। जब भी वह ऊंचाई पर चढ़कर गरजता था तो गांव वाले डर के मारे कांपने लगते थे। कड़ाके की ठंड का समय था। सारी दुनिया...

Continue reading »

Hindi Moral Story “Aapsi Foot Sda Le Doobti Hai”, “आपसी फूट सदा ले डूबती है” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

Akbar Birbal

आपसी फूट महंगी पड़ी प्राचीन समय में एक विचित्र पक्षी रहता था। उसका धड़ एक ही था, परंतु सिर दो थे। नाम था उसका भारुंड। एक शरीर होने के बावजूद उसके सिरों में एकता नहीं थी और न ही था तालमेल। वे एक-दूसरे से बैर...

Continue reading »

Hindi Moral Story “Jaldbaji me Hal Sochna Budhimani Nahi”, “जल्दबाजी में हल सोचना बुद्धिमानी नहीं”

Akbar Birbal

कैसे आया जूता एक राजा था। उसका एक बड़ा-सा राज्य था। एक दिन उसे देश घूमने का विचार आया और उसने देश भ्रमण की योजना बनाई और घूमने निकल पड़ा। जब वह यात्रा से लौट कर अपने महल आया। उसने अपने मंत्रियों से पैरों में...

Continue reading »

Hindi Moral Story “Nakal me bhi Akal Chahiye”, “नक़ल में भी अक्ल चाहिए” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

Akbar Birbal

नकल में अकल कैसे   एक पहाड़ की ऊंची चोटी पर एक बाज रहता था। पहाड़ की तराई में बरगद के पेड़ पर एक कौआ अपना घोंसला बनाकर रहता था। वह कौआ बड़ा चालाक और धूर्त था। उसकी कोशिश सदा यही रहती थी कि बिना...

Continue reading »

Hindi Moral Story “Moorkh Gadha”, “मूर्ख गधा” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

Akbar Birbal

गधा रहा गधा ही एक जंगल में एक शेर रहता था। गीदड़ उसका सेवक था। जोड़ी अच्छी थी। शेरों के समाज में तो उस शेर की कोई इज्जत नहीं थी, क्योंकि वह जवानी में सभी दूसरे शेरों से युद्ध हार चुका था, इसलिए वह अलग-थलग...

Continue reading »

Hindi Moral Story “Anuvanshikta ka Asar”, “आनुवंशिकता का असर” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

Akbar Birbal

हिरन का बच्चा और बारहसिंगा एक दिन एक हिरन का बच्चा तथा एक बारहसिंगा दोनों किसी जंगल में एक साथ चर रहे थे। अचानक शिकारी कुत्तों का एक झुंड उनसे कुछ दूरी पर गुजरा। बारहसिंगा तुरंत झाडि़यों के पीछे छिप गया और हिरन के बच्चे...

Continue reading »

Hindi Moral Story “Bura Chahne walon ka bhi Bura Hota Hai”, “बुरा चाहने वालों का भी बुरा होता है”

Akbar Birbal

एक गलत इच्छा एक बार एक मधुमक्खी ने एक बरतन में शहद इकटृा किया और ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए उनके समक्ष प्रस्तुत किया। ईश्वर उस भेंट से बहुत प्रसन्न हुए और मधुमक्खी से बोले कि वह जो चाहे इच्छा करे, उसे पूरा किया...

Continue reading »

Hindi Moral Story “Bura krne wala bhi Swayam Vipatti me Fansta Hai”, “बुरा करने वाला स्वयं भी विपत्ति में फंसता है”

Akbar Birbal

शिकारी खुद शिकार बना एक बार एक शिकारी किसी घने जंगल से होकर गुजर रहा था। उसके पास बंदूक भी थी। जब वह जंगल के भीतर गया तो उसने पेड़ की एक डाल पर एक कबूतर बैठा देखा। शिकारी ने- अपनी बंदूक से कबूतर का...

Continue reading »