मेरा जीवन लक्ष्य ‘इस पथ का उद्देश्य नहीं है, श्रांत भवन में टिक रहना, किंतु पहुँचना उस सीमा तक, जिसके आगे राह न हो।‘ कविवर प्रसाद की इन्हीं पंक्तियों पर विचार करने के बाद मैंने गहन विचार-मंथन किया, तो तय किया कि मैं एक सफल...
Hindi Essay, Nibandh on “मेरा जीवन लक्ष्य “, “Ambition of My Life” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.
