दशहरे की छुट्टियों में आने का निमंत्रण मित्र को पत्र ।
मेरठ ।
दिनांक 18 अगस्त, …
प्रिय रमेश,
सप्रेम नमस्ते !
अत्र कुशलं तत्रास्तु । अभी-अभी तुम्हारा पत्र मिला । यह पढ़कर बड़ी खुशी हुई कि तुम आने वाली दशहरे की छुट्टियों में अपनी मित्र मंडली के लिए बड़ा सुंदर कार्यक्रम बना रहे हो । वास्तव में तुम्हारा आयोजन बहुत सुंदर है, पर मैं चाहता हूँ कि इस वर्ष यह अवसर मुझे मिले तो बड़ा अच्छा रहे । दिल्ली के दर्शनीय स्थानों का हम लोग कई बार अवलोकन कर चुके हैं । यही अच्छा हो, यदि इस बार तुम सब लोग मेरे गाँव आओ । मैं दशहरा अवकाश में पहले दिल्ली आऊँगा और तब अपने गाँव जाऊँगा । अभी काफी समय है । अत: तुम लोगों के लिए सोचने का यह अच्छा अवसर है । राजेश, कपिल, सत्येंद्र और अंबिका भाई भी हमें अपने गाँव में मिल जाएँगे । उन लोगों का इस बार विशेष अनुरोध है कि हम सभी लोग गाँव ही चलें । उन्होंने बड़ा ही सुन्दर कार्यक्रम बनाया है, जो मैं तुम्हें तुम्हारी स्वीकृति मिलने पर लिखूगा । अपने अन्य मित्रों को भी मेरा संदेश पहुँचा सको तो अच्छा है। वैसे मैं भी सबको लिखूँगा ही । अपना यह कार्यक्रम बहुत ही सुन्दर रहेगा। गाँवों का प्राकृतिक सौंदर्य और भोला जीवन तुम्हें अपनी ओर आकर्षित कर लेगा । मुझे विश्वास है कि तुम मेरी बात अवश्य मानोगे ।
पूज्य पिता जी व माता जी को मेरी ओर से नमस्ते कहना और कमला को आशीर्वाद ।
पत्रोत्तर की प्रतीक्षा में, तुम्हारा मित्र,
कृष्ण कुमार गौड़