भारत में लोकतंत्र
Bharat Me Loktantra
लोकतंत्र का अर्थ है-जनता का, जनता के लिए, जनता द्वारा शासन क्योंकि इसमें जनता के प्रतिनिधि शासन करते हैं, जिनका चुनाव भी जनता करती है। भारत एक लोकतंत्रात्मक गणराज्य है। भारत में लोकतंत्र की सफलता के पक्ष एवं विपक्ष में अलग-अलग मत हैं। चूँकि लोकतंत्र की सफलता के लिए साक्षरता, आर्थिक संपन्नता एवं सकारात्मक सोच जैसे तत्त्व होते हैं, इसलिए भारत में लोकतंत्र को विफल मानने वाले के अनुसार हमारे देश में इन उल्वों का प्रायः अभाव ही है। चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए भोली-भाली जनता को धर्म, जाति के नाम पर गमराह कर वोट प्राप्त करने में सफल होते हैं, जबकि लोकतंत्र को सफल मानने वालों के विभिन्न मत हैं। उनके अनुसार वर्तमान संदर्भ में भारतीय जनता चाहे गरीब या अशिक्षित है, परंतु उसे बहकाया नहीं जा सकता। इसका ताजा उदाहरण हाल ही संपन्न हुए बिहार विधान सभा के चुनाव हैं। वहाँ की निरक्षर, दरिद्र और पिछड़ी कही जाने वाली जनता ने थोथे नारों, जातिगत भावनाओं को महत्त्व न देकर योग्य प्रत्याशियों का चुनाव किया। देश में संपन्न हुए. इससे पूर्व के चुनाव भी भारत में लोकतंत्र की सफलता का परिचायक हैं।