मेरा प्रिय त्योहार: होली
Mera Priya Tyohar Holi
हमारे देश में अनेक त्योहार मनाए जाते हैं। उन सबमें रंगों का त्योहार होली मुझे बहुत प्रिय है। होली का त्योहार फागुन महीने की पूनम को मनाया जाता है।
होली वसंतऋतु का रंगीला त्योहार है। फागुन में गाए जानेवाले होली के गीतों को ‘फाग’ कहते हैं। फागुन का महीना लगते ही फाग शुरू हो जाते हैं। ढोलक और मँजीरों के संगीत के साथ ये गीत सुनने में बड़ा मजा आता है।
होली आपसी प्रेम का त्योहार है। यह दो दिनों का त्योहार है। पहले दिन शाम को होली जलाने का रिवाज है। ऐसा माना जाता है कि होली जलने के साथ आपसी लड़ाई-झगड़े भी जल जाते हैं। होली के जलने से वातावरण शुद्ध हो जाता है।
होली के दूसरे दिन को ‘धुलेंडी’ कहते हैं। धुलेंडी तो रंगों का ही दिन है। इस दिन सवेरे ही छोटे-बड़े एक-दूसरे पर रंग छिड़कने निकल पड़ते हैं। अबीर-गुलाल से लोग तर हो जाते हैं। होली के रंगों में सारे भेद-भाव खत्म हो जाते हैं।
सचमुच, होली का त्योहार हमें आनंद और एकता का संदेश देता है।