नेताजी सुभाषचंद्र बोस
सुभाषचंद्र बोस को हम ‘नेताजी’ के नाम से जानते हैं।
सुभाषचंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी, 1891 को बंगाल में हुआ था। वे बचपन से ही बड़े बुद्धिशाली थे। सन 1913 में उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से बी.ए. पास किया। फिर इंग्लैण्ड जाकर उन्होंने आई. सी.एस. की कठिन परीक्षा पास की।
सुभाषबाबू ने भारत में आकर ऊँची सरकारी नौकरी स्वीकार नहीं की। वे गाँधीजी के असहयोग आंदोलन में कूद पड़े। अपने देश-प्रेम, त्याग और निडरता के कारण वे लोकप्रिय नेता बन गए। स्वतंत्रता की लड़ाई में वे कई बार जेल गए। देश को आजाद कराने के लिए उन्होंने सिंगापुर में, ‘आजाद हिंद फौज’ की स्थापना की। उन्होंने भारत के लोगों से कहा था-“तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।”
दुर्भाग्य से सुभाषचंद्र बोस भारत को आजाद न देख सके। कहते हैं 18 अगस्त, 1945 को बैंकॉक से जापान जाते हुए एक विमान दुर्घटना में उनकी मृत्यु हुई।
सुभाषचंद्र बोस भारतमाता के क्रांतिकारी सूपत थे। उनका दिया हुआ ‘जयहिंद’ का नारा भारत में हमेशा गूँजता रहेगा।