छात्रावास में रहने वाले अपने छोटे भाई को पत्र लिखकर प्रातःकाल नियमित रूप से योग एवं प्राणायाम का अभ्यास करने के लिए प्रेरित कीजिए।
8/71, प्रशांत विहार
नई दिल्ली।
दिनांक …..
प्रिय अनुज,
शुभाशीर्वाद।
मुझे ज्ञात हुआ है कि छात्रावास में रहकर तुम्हारा स्वास्थ्य गिरता जा रहा है। यह विषय ही चिंताजनक है।
तुम्हें अपने स्वास्थ्य के लिए छात्रावास में नियमित रूप से योग एवं प्राणायाम करना चाहिए। इसका निरंतर अभ्यास करना आवश्यक है। पहले तुम किसी योग्य प्रशिक्षक की देख-रेख में योग करना प्रारंभ करो, बाद में इसका प्रतिदिन प्रात:काल अभ्यास करो। इससे तुम्हारा शरीर स्वस्थ एवं कांतिमान बनेगा।
प्राणायाम का अपना विशेष महत्त्व है। इसकी सहायता से हमें स्वच्छ वायु को फेफड़ों के अंदर ले जाने का सुअवसर मिलता है। प्राणायाम भी अनेक बीमारियों से छुटकारा दिलाता है।
मुझे पूर्ण आशा है कि तुम कल से ही योगाभ्यास एवं प्राणायाम शुरू कर दोगे।
तुम्हारा शुभचिंतक
नवीन शर्मा