जुर्माना माफी के लिए प्रधानाचार्य को प्रार्थना-पत्र।
सेवा में,
प्रधानाचार्य
और रोज पब्लिक स्कूल
नई दिल्ली।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मेरी कक्षा अध्यापिका ने मुझे दण्ड स्वरूप बीस रुपये लाने को कहे हैं। उनके अनुसार मैंने कक्षा में उनकी अनुपस्थिति में शोर मचाया, परन्तु महोदय मेरे साथ अन्याय हुआ है मैं उन छात्राओं में नहीं थी जो कक्षा में शोर मचा रही थीं।
मैंने अपनी कक्षा-अध्यापिका को इस विषय में बताया, परन्तु उन्होंने मझ पर विश्वास नहीं किया. जिससे मैं अत्यन्त द:खी’ हई। मैं एक अनुशासित व आज्ञाकारी छात्रा हूँ। अगर मैंने शरारत की होती तो मैं सर्वप्रथम उसके लिए क्षमा माँगती व दण्ड स्वरूप पैसे भरती। माना
इसलिए कृपा करके मुझे दण्ड-मुक्ति दीजिए। मैं आपको एक बार फिर से अपने अच्छे आचरण का विश्वास दिलाती हूँ।
धन्यवाद।
आपकी आज्ञाकारी
अंजली ग्रोवर
दिनांक: 2 फरवरी 20..
कक्षा : V-C