अपने मित्र को दुर्घटनाग्रस्त होने पर सहानुभूति-पत्र।
C-1/82,
जनकपुरी
नई दिल्ली -110058
जनवरी 12, 20..
मेरी प्रिय श्वेता,
मुझे यह जानकर अत्यन्त दुःख हुआ कि तुम्हारी साईकिल को एक लापरवाह स्कूटर वाले ने टक्कर मार दी। मैं आशा करती हूँ कि तुम्हें अधिक चोट न आई होगी। मुझे आशा है कि तुम्हें अस्पताल से शीघ्र ही छुट्टी मिल जाएगी।
मैं प्रार्थना करती हूँ कि न तो तुम्हारा बाल बराबर फ्रैक्चर हुआ हो और ना ही कोई हड्डी टूटी हो। अपनी बड़ी बहन से कहना कि वो मुझे तुम्हारे हाल के सम्बन्ध में लिखे।
दिल्ली की सड़कें खतरनाक हो सकती हैं, अगर उन पर सावधानी से ना चला जाये। स्कूटर-चालक सबसे अधिक लापरवाह होते हैं। कुछ समय पहले मैं भी ऐसी दुर्घटना का सामना कर चुकी हूँ, परन्तु चोट अधिक गम्भीर नहीं थी।
मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि तुम शीघ्र ही स्वस्थ हो जाओ।
शुभकामनाओं सहित।
तुम्हारी शुभचिन्तक
नर्मदा