वन विभाग द्वारा लगाए गए वृक्ष सूखते जा रहे हैं। इस समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए किसी प्रसिद्ध दैनिक पत्र के संपादक को आनंद कुंज निवासी निवेदिता/अनिमेष की ओर से पत्र लिखिए।
सेवा में,
संपादक,
नवभारत टाइम्स, नई दिल्ली।
महोदय,
मैं आपके लोकप्रिय दैनिक समाचारपत्र के माध्यम से दिल्ली सरकार के वन विभाग का ध्यान आनंदकुंज के वृक्षों की बदहाली की और आकर्षित कराना चाहता हूँ। आशा है आप जनहित में मेरा पत्र अवश्य प्रकाशित करेंगे। कुछ मास पूर्व दिल्ली सरकार ने वन-विभाग द्वारा बड़े जोर-शोर के साथ आनंदकुंज, नई दिल्ली में वन-महोत्सव के दौरान दो सौ वृक्ष लगाकर वाह-वाही लूटी थी। लगता है कि वन-विभाग ने इन वृक्षों को लगाकर अपने काम की इतिश्री मान ली। इसके बाद इन वृक्षों की देखभाल करने, इन्हें सींचने आदि की कोई व्यवस्था नहीं की गई। न तो यहाँ किसी माली की नियुक्ति की गई है और न पानी की व्यवस्था। इसी कारण ये वृक्ष निरंतर सुखते जा रहे हैं। यदि यही हाल रहा तो एक दिन इनका नामोनिशान तक मिट जाएगा।
आपके समाचारपत्र के माध्यम से मैं वन-विभाग के अधिकारियों का ध्यान इस समस्या की ओर आकृष्ट करके समाधान की अपेक्षा रखता हूँ। आशा है इन वृक्षों की सुध ली जाएगी।
सधन्यवाद,
भवदीय
अनिमेष
संयोजक,
आनंद कुंज निवासी संघ, नई दिल्ली
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