Home » Children Story » Hindi Moral Story “Jadui Kuyen”, “जादुई कुएं” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

Hindi Moral Story “Jadui Kuyen”, “जादुई कुएं” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

जादुई कुएं

एक बार राजा कृष्णदेव राय ने अपने गृहमंत्री को राज्य में अनेक कुएं बनाने का आदेश दिया। गर्मियां पास आ रही थीं इसलिए राजा चाहते थे कि कुएं शीघ्र तैयार हो जाएं ताकि लोगों को गर्मियों में थोड़ी राहत मिल सके।

गृहमंत्री ने इस कार्य के लिए शाही कोष से बहुत-सा धन लिया। शीघ्र ही राजा के आदेशानुसार नगर में अनेक कुएं तैयार हो गए। इसके बाद एक दिन राजा ने नगर भ्रमण किया और कुछ कुओं का स्वयं निरीक्षण किया। अपने आदेश को पूरा होते देख वे संतुष्ट हो गए।

गर्मियों में एक दिन नगर के बाहर से कुछ गांव वाले तेनालीराम के पास पहुंचे, वे सभी गृहमंत्री के विरुद्ध शिकायत लेकर आए थे। तेनालीराम ने उनकी शिकायत सुनी और उन्हें न्याय प्राप्त करने का रास्ता बताया।

तेनालीराम अगले दिन राजा से मिले और बोले, ‘महाराज! मुझे विजयनगर में कुछ चोरों के होने की सूचना मिली है। वे हमारे कुएं चुरा रहे हैं।’

इस पर राजा बोले, ‘क्या बात करते हो, तेनाली! कोई चोर कुएं को कैसे चुरा सकता है?’

‘महाराज! यह बात आश्चर्यजनक जरूर है, परंतु सच है। वे चोर अब तक कई कुएं चुरा चुके हैं।’ तेनालीराम ने बहुत ही भोलेपन से कहा।

उसकी बात को सुनकर दरबार में उपस्थित सभी दरबारी हंसने लगे।

महाराज ने कहा, ‘तेनालीराम, तुम्हारी तबीयत तो ठीक है। आज कैसी बहकी-बहकी बातें कर रहे हो? तुम्हारी बातों पर कोई भी व्यक्ति विश्वास नहीं कर सकता।’

‘महाराज! मैं जानता था कि आप मेरी बात पर विश्वास नहीं करंगे इसलिए मैं कुछ गांव वालों को साथ साथ लाया हूं। वे सभी बाहर खड़े हैं। यदि आपको मुझ पर विश्वास नहीं है तो आप उन्हें दरबार में बुलाकर पूछ लीजिए। वे आपको सारी बात विस्तारपूर्वक बता दंगे।’

राजा ने बाहर खड़े गांव वालों को दरबार में बुलवाया। एक गांव वाला बोला, ‘महाराज! गृहमंत्री द्वारा बनाए गए सभी कुएं समाप्त हो गए हैं, आप स्वयं देख सकते हैं।’

राजा ने उनकी बात मान ली और गृहमंत्री, तेनालीराम, कुछ दरबारियों तथा गांव वालों के साथ कुओं का निरीक्षण करने के लिए चल दिए। पूरे नगर का निरीक्षण करने के पश्चात उन्होंने पाया कि राजधानी के आस-पास के अन्य स्थानो तथा गांवों में कोई कुआं नहीं है।

राजा को यह पता लगते देख गृहमंत्री घबरा गया। वास्तव में उसने कुछ कुओं को ही बनाने का आदेश दिया था। बचा हुआ धन उसने अपनी सुख-सुविधाओं पर व्यय कर दिया।

अब तक राजा भी तेनालीराम की बात का अर्थ समझ चुके थे। वे गृहमंत्री पर क्रोधित होने लगे, तभी तेनालीराम बीच में बोल पड़ा, ‘महाराज! इसमें इनका कोई दोष नहीं है। वास्तव में वे जादुई कुएं थे, जो बनने के कुछ दिन बाद ही हवा में समाप्त हो गए।’

अपनी बात समाप्त कर तेनालीराम गृहमंत्री की ओर देखने लगा। गृहमंत्री ने अपना सिर शर्म से झुका लिया।

राजा ने गृहमंत्री को बहुत डांटा तथा उसे सौ और कुएं बनवाने का आदेश दिया। इस कार्य की सारी जिम्मेदारी तेनालीराम को सौंपी गई।

Related posts:

English Short, Moral Story “Who is the Cleverest, Sheep or Lion?" for Kids and Children for Class 5,...
Moral Story
Hindi Moral Story "Nisparhata" "निःस्पृहता" Best Motivational Story of "Bhakt Raidas".
Story
Hindi Moral Story “Chatur Bandar”, “चतुर बंदर” for Kids, Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.
हिंदी कहानियां
English Short, Moral Story “A monkey and An Elephant" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9,...
Moral Story
Hindi Moral Story “Angur Khatte Hai”, “अंगूर खट्टे हैं” for Kids, Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 1...
Children Story
English Short, Moral Story “Mind your own business" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 1...
Moral Story
English Short, Moral Story “Elephants and a Rope" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10,...
Moral Story
Moral Story "Three Sons and a Bundle of Sticks " for Kids and Children, English Story for Class 5, 6...
Children Story
English Short, Moral Story “Why Anansi Has Eight Skinny Legs" for Kids and Children for Class 5, 6, ...
Moral Story
English Short, Moral Story “The Tale of Peter Rabbit" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9,...
Moral Story
English Short, Moral Story “The Prince And-The She-devil" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8...
Children Story
Hindi Moral Story "Sher aur Khargosh”, "शेर और खरगोश” for Kids, Full length Educational Story for St...
हिंदी कहानियां
English Short, Moral Story “Parable of The Pencil” for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10...
Short Story
English Short, Moral Story “Lion, Rats, Snake & The Honeycomb” for Kids and Children for Class 5, 6,...
Short Story
Hindi Moral Story “Swavlamban ki Bhawna”, “स्वावलम्बन की भावना” for Kids, Full length Educational St...
Children Story
Hindi Moral Story "Kisi ke Haq pe Jabardasti Kabja na Kro", "किसी के हक पर जबरदस्ती कब्जा न करो” for...
Children Story
Akbar-Birbal English Moral Story "Fear is the key" for Kids, Educational Story for Students of class...
Moral Story
Hindi Moral Story "Karodh Manushya Ka Sabse Bda Shatru Hai", "क्रोध मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है”
Children Story
Akbar-Birbal Hindi Moral Story "Swalon ka Sidha-Sidha Jabab", "सवालों का सीधा-सीधा जवाब" for Kids, E...
Children Story
Akbar-Birbal Hindi Moral Story "Darbariyon ke 3 Sawal", "दरबारियों के 3 सवाल" for Kids, Educational ...
Children Story

About

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*
*

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.