मेहनत सफलता की कुंजी है
Mehnat Safalta ki Kunji Hai
विश्व के सभी ग्रन्थों में परिश्रम को सदैव मीठा फल देने वाला बताया गया है। परिश्रमी मनुष्य धीरे-धीरे किन्तु निश्चित तौर पर उन्नति के मार्ग पर आगे बढ़ता है। उसके सभी उद्देश्य एवं लक्ष्य मेहनत के दम पर पूरे होते हैं। आवश्यकता होती है, निरन्तर कड़ी मेहनत और लगन तथा अभ्यास करने की।
कहा है : करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान,
रसरी आवत जात ते सिल पर परत निसान ॥
इस तथ्य को प्रमाणित करने के लिए यह कहानी प्रमाण के तौर पर प्रस्तुत है :
राजेश दसवीं कक्षा का छात्र था। वह गणित में बहुत कमजोर था। कक्षाध्यापक – से वह प्रतिदिन दण्ड पाता तथा कक्षा में अपमानित होता। उसे अब गणित के नाम से भी भय लगने लगा था।
एक दिन जब वह घर पहुँचा तो उसका चचेरा भाई श्याम आया हुआ था। श्याम पढ़ाई में तेज तरार था। राजेश ने उसको बताया कि वह गणित में बहुत कमज़ोर है और उसे प्रश्न हल करने में बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है और कक्षा में अपमान झेलना पड़ता है।
श्याम ने उसको समझाते हुए कहा कि अभ्यास एवं लगन तथा कड़े परिश्रम से सब कुछ सम्भव है। हाँसला कायम रखो। दिल मत हारो।
उसने उसे प्रश्न हल करने के तरीके बताए और कहा कि वह रोज़ घर आकर कक्षा में पढाया गया पाठ याद किया करे। याद करने के बाद उसे फिर खुद कर के देखे। पन: शाम को यह प्रश्न हल करो। धीरे-धीरे इस पर तुम्हारी पकड़ मज़बूत होती जाएगी।
राजेश ने ऐसा ही किया। परिणामस्वरूप वह तिमाही परीक्षा में 70 प्रतिशत अंक लेने में सफल रहा। जिस पर पूरी कक्षा के सामने उसे अध्यापक की शाबाश और पुरस्कार मिला। प्रधानाचार्य ने भी उसे पुरस्कार दिया। सच ही कहा है कि मेहनत सफलता की कुंजी है। इसके द्वारा मनुष्य सभी लक्ष्यों को पा लेता है।
शिक्षा-मेहनत सफलता की कुंजी है।