Home » Children Story » Hindi Moral Story “Sadvyavhar”, “सद्व्यवहार” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

Hindi Moral Story “Sadvyavhar”, “सद्व्यवहार” for Kids, Full length Educational Story for Students of Class 5, 6, 7, 8, 9, 10.

सद्व्यवहार

एक राजा ने एक दिन स्वप्न देखा कि कोई परोपकारी साधु उससे कह रहा है कि बेटा कल रात को तुझे एक विषैला सर्प काटेगा और उसके काटने से तेरी मृत्यु हो जायेगी। वह सर्प अमुक पेड़ की जड़ में रहता है, पूर्व जन्म की शत्रुता का बदला लेने के लिए वह तुम्हें काटेगा। प्रातःकाल राजा सोकर उठा और स्वप्न की बात पर विचार करने लगा। धर्मात्माओं को अक्सर सच्चे ही स्वप्न हुआ करते हैं। राजा धर्मात्मा था, इसलिए अपने स्वप्न की सत्यता पर उसे विश्वास था। वह विचार करने लगा कि अब आत्म- रक्षा के लिए क्या उपाय करना चाहिए? सोचते- सोचते राजा इस निर्णय पर पहुँचा कि मधुर व्यवहार से बढ़कर शत्रु को जीतने वाला और कोई हथियार इस पृथ्वी पर नहीं है। उसने सर्प के साथ मधुर व्यवहार करके उसका मन बदल देने का निश्चय किया। संध्या होते ही राजा ने उस पेड़ की जड़ से लेकर अपनी शय्या तक फूलों का बिछौना बिछवा दिया, सुगन्धित जलों का छिड़काव करवाया, मीठे दूध के कटोरे जगह- जगह रखवा दिये और सेवकों से कह दिया कि रात को जब सर्प निकले तो कोई उसे किसी प्रकार कष्ट पहुँचाने या छेड़- छाड़ करने का प्रयत्न न करे। रात को ठीक बारह बजे सर्प अपनी बाँबी में से फुसकारता हुआ निकला और राजा के महल की तरफ चल दिया। वह जैसे- जैसे आगे बढ़ता गया, अपने लिए की गई स्वागत व्यवस्था को देख- देखकर आनन्दित होता गया। कोमल बिछौने पर लेटता हुआ मनभावनी सुगन्ध का रसास्वादन करता हुआ, स्थान- स्थान पर मीठा दूध पीता हुआ आगे बढ़ता था। क्रोध के स्थान पर सन्तोष और प्रसन्नता के भाव उसमें बढ़ने लगे। जैसे- जैसे वह आगे चलता गया,

वैसे ही वैसे उसका क्रोध कम होता गया। राजमहल में जब वह प्रवेश करने लगा तो देखा कि प्रहरी और द्वारपाल सशस्त्र खड़े हैं, परन्तु उसे जरा भी हानि पहुँचाने की चेष्टा नहीं करते। यह असाधारण सौजन्य देखकर सर्प के मन में स्नेह उमड़ आया। सद्व्यवहार, नम्रता, मधुरता के जादू ने उसे मन्त्र- मुग्ध कर लिया था। कहाँ वह राजा को काटने चला था, परन्तु अब उसके लिए अपना कार्य असंभव हो गया। हानि पहुँचाने के लिए आने वाले शत्रु के साथ जिसका ऐसा मधुर व्यवहार है, उस धर्मात्मा राजा को काटूँ तो किस प्रकार काटूँ? यह प्रश्न उससे हल न हो सका। राजा के पलंग तक जाने तक सर्प का निश्चय पूर्ण रूप से बदल गया। सर्प के आगमन की राजा प्रतीक्षा कर रहा था। नियत समय से कुछ विलम्ब में वह पहुँचा। सर्प ने राजा से कहा- हे राजन् मैं तुम्हें काटकर अपने पूर्व जन्म का बदला चुकाने आया था, परन्तु तुम्हारे सौजन्य और सद्व्यवहार ने मुझे परास्त कर दिया। अब मैं तुम्हारा शत्रु नहीं मित्र हूँ। मित्रता के उपहार स्वरूप अपनी बहुमूल्य मणि मैं तुम्हें दे रहा हूँ। लो इसे अपने पास रखो। इतना कहकर और मणि राजा के सामने रखकर सर्प उलटे पाँव अपने घर वापस चला गया। भलमनसाहत और सद्व्यवहार ऐसे प्रबल अस्त्र हैं, जिनसे बुरे- से स्वभाव के दुष्ट मनुष्यों को भी परास्त होना पड़ता है।

Related posts:

Hindi Moral Story "Kisi ke Haq pe Jabardasti Kabja na Kro", "किसी के हक पर जबरदस्ती कब्जा न करो” for...
Children Story
Hindi Moral Story "Sarve Bhavantu Sukhin" "सर्वे भवन्तु सुखिनः" Best Motivational Story of "King Ash...
Story
Short Story "The Three Cows" for Children, moral story for kids in English for competition with mora...
Children Story
English Short, Moral Story “Hunting of Baboons" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, c...
Moral Story
English Short, Moral Story “The White Elephant" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, c...
Short Story
Short Story "A Powerful Story" for Children, moral story for kids in English for competition with mo...
Children Story
English Short, Moral Story “The Mango Tree" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, compe...
Moral Story
English Inspirational Story “Tolerance Makes Life Simpler” Bedtime Moral Story for kids and Students...
Moral Story
English Short, Moral Story “The Tale Of How The Tiger Got His Stripes" for Kids and Children for Cla...
Moral Story
English Short, Moral Story “The bird with two heads" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, ...
Moral Story
English Short, Moral Story “Have Patience and Never Give up” for Kids and Children for Class 5, 6, 7...
Moral Story
Hindi Moral Story "Kumhar aur Surahi", "कुम्हार और सुराही” for Kids, Full length Educational Story f...
Children Story
Short Story "Taking Responsibility" for Children, moral story for kids in English for competition wi...
Children Story
English Essay, Moral Story "Don’t We All” for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, competi...
Short Story
Hindi Moral Story "Chaplooson ki Dosti", "चापलूसों की दोस्ती” for Kids, Full length Educational Stor...
Children Story
English Short, Moral Story “The Power of Silence" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10,...
Moral Story
English Short, Moral Story “Old Man and His Son" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, ...
Moral Story
English Short, Moral Story “Building Your House” for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, ...
Short Story
English Short, Moral Story “Intelligence works Wonders" for Kids and Children for Class 5, 6, 7, 8, ...
Moral Story
Hindi Moral Story "Cinderella", "सिंड्रेला” for Kids, Full length Educational Story for Students of ...
Children Story

About

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*
*

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.