किसी दैनिक समाचार पत्र के संपावक को अपने शहर की बसों की बिगड़ती हालत और कुव्यवस्था पर पत्र लिखिए।
सेवा में,
संपादक महोदय,
दैनिक जागरण,
नई दिल्ली।
मान्यवर,
मैं आपके लोकप्रिय दैनिक समाचार-पत्र के माध्यम से दिल्ली सरकार का ध्यान बसों की बिगड़ती हालत और कुव्यवस्था की ओर दिलाना चाहता हूँ।
आशा है आप जनहित में मेरा पत्र अवश्य प्रकाशित करेंगे। इन दिनों दिल्ली में ब्ल लाइन बसों का कहर जारी है। ये बसें सड़क परिवहन के सभी नियम-कानूनों को धता बताकर दिल्लीवासियों के लिए यमदूत साबित हो रही हैं। इनकी चपेट में आकर प्रतिदिन किसी न किसी नागरिक को जान गवानी पड़ती है। सरकार इन पर नियंत्रण करने में बरी तरह असफल है। ट्रैफिक पलिस अपनी हफ्ता-वसली में लगी रहती है। डी.टी.सी. की बसें अपर्याप्त हैं। अतः दिल्ली के नागरिक स्वयं को ठगा सा महसूस करते हैं।
आशा है कि आप जनचेतना जागृत कर सरकार को इस स्थिति पर काबू पाने को विवश करेंगे।
भवदीय
मनोज कुमार
(सचिव) जनचेतना मंच, दिल्ली
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