Home » Archive by category "Hindi Essay" (Page 23)

Hindi Essay, Nibandh on “Mera Pyara Bharat”, “मेरा प्यारा भारतवर्ष” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

मेरा प्यारा भारतवर्ष Mera Pyara Bharat भारत संसार का शिरोमणि कहलाने वाला देश है। इकबाल ने कहा है-‘सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्ताँ हमारा।‘ ‘जंबू दवीप’,’आर्यावर्त’ आदि इसके प्राचीन नाम हैं। कहा जाता है कि दुष्यंत और शकुंतला के महाप्रतापी पुत्र भरत के नाम पर इस...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “Rashtriya Ekta”, “राष्ट्रीय एकता” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

राष्ट्रीय एकता Rashtriya Ekta भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यह अनेक धर्मों, जातियों, भाषाओं तथा संप्रदायों का देश है। इस विशाल गष्ट में हिंदू, मुसलमान, सिक्ख, ईसाई, जैन, बौद्ध, पारसी अनेक धर्मावलंबी रहते हैं। इतनी प्रकार की विविधताओं वाला यह देश संभवत: विश्व...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “Parvatraj Himalaya”, “पर्वतराज हिमालय” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

पर्वतराज हिमालय Parvatraj Himalaya ‘पर्वतराज हिमालय’ भारत के लिए एक अनुपम वरदान है, जो भारत के उत्तर में इसके मुकुट की भाँति सुशोभित है तथा सदियों से भारत के प्रहरी की भूमिका निभा रहा है। कवि दिनकर ने कहा है ‘मेरे नगपति! मेरे विशाल !...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “Bharat Shanti-Priya Desh”, “भारत-शांतिप्रिय देश” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

भारत-शांतिप्रिय देश Bharat Shanti-Priya Desh भारत ही वह देश है जिसने विश्व को ज्ञान दिया। इसी पावन भूमि से वेदों, उपनिषदों एवं गीता की वाणी गूंजी। इसी महान और उदात्त संस्कृति के कारण ही यह संसार के सभी देशों में शिरोमणि कहलाया। हमारी पावन भूमि...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “Kisi Match Ka Ankho Dekha Haal”, “किसी मैच का आँखों देखा हाल” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

किसी मैच का आँखों देखा हाल Kisi Match Ka Ankho Dekha Haal पिछले सप्ताह अंतर्विद्यालयी फुटबॉल प्रतियोगिता हुई। प्रतियोगिता में हमारी टीम फ़ाइनल तक पहुँच गई। फ़ाइनल मैच में हमारी टीम के खिलाड़ियों का जोश देखते ही बनता था। मैच के आधे समय तक हम...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “Pratah Kaal Ka Bhraman”, “प्रातःकाल का भ्रमण” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

प्रातःकाल का भ्रमण Pratah Kaal Ka Bhraman स्वस्थ और शक्तिशाली प्राणी ही इस पृथ्वी पर सभी प्रकार के सुखों का भोग कर सकता है तथा अपने सभी प्रकार के कर्तव्यों को भलीभाँति पूर्ण कर सकता है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “Khelkud ka Chatra Jeevan me Mahatva”, “खेलकूद का छात्र जीवन में महत्त्व” Hindi Paragraph, Speech.

Hindi-Essay-Logo

खेलकूद का छात्र जीवन में महत्त्व Khelkud ka Chatra Jeevan me Mahatva कहावत है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए केवल भोजन ही आवश्यक नहीं है, अपितु व्यायाम तथा खेलकूद भी आवश्यक हैं। शिक्षा...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “Swasthya Aur Vyayam”, “स्वास्थ्य और व्यायाम” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

स्वास्थ्य और व्यायाम Swasthya Aur Vyayam मानव जीवन में समस्त कार्यों का साधन शरीर है। सभी प्रकार के धर्मों का निर्वाह तभी संभव है, जब मानव का शरीर स्वस्थ तथा नीरोग हो। मानव शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अनेक प्रकार के उपाय हैं-संतुलित तथा...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “My Favourite Reality TV Show”, “मेरा मनपसंद रियलटी शो” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

मेरा मनपसंद रियलटी शो My Favourite Reality TV Show आजकल दूरदर्शन पर इस प्रकार के कार्यक्रम भी दिखाए जाने लगे हैं, जिनमें विभिन्न क्षेत्रों में पारंगत, उभरते हुए कलाकारों को चयनित करके प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है तथा उनमें सर्वश्रेष्ठ कलाकार का चयन संबंधित...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “Antriksh Yatra”, “अंतरिक्ष यात्रा” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

अंतरिक्ष यात्रा Antriksh Yatra   एक दिन हमारे अध्यापक अंतरिक्ष यात्रा के बारे में पढ़ा रहे थे। वे अंतरिक्ष का इतना मनोरम वर्णन कर रहे थे कि मैं कल्पना लोक में विचरण करने लगा तथा इस कल्पना में अंतरिक्ष यात्रा करने लगा। मैं अंतरिक्ष यात्रा...

Continue reading »