अपने विद्यालय की विशेषताएं बताते हुए अपने विदेशी मित्र/अपनी सखी को पत्र लिखिए।
ए-5/12. नेहरू छात्रावास,
देहरादून।
दिनांक_____________
प्रिय सखी डायना,
सप्रेम नमस्ते।
तुम्हारा पत्र मिला। तुमने मेरे विद्यालय के बारे में जानने की इच्छा प्रकट की है। मैं इस पत्र में अपने विद्यालय की विशेषताएँ लिख रही हूँ।
मेरा विद्यालय ‘दून पब्लिक स्कूल’ के नाम से सारे देश में विख्यात है। यह विद्यालय बहुत पुराना है। इसने देश को अनेक प्रतिभाशाली हस्तियाँ प्रदान की हैं। हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गाँधी भी यहाँ पढ़े थे। हमारा विद्यालय अपने उच्च शैक्षणिक स्तर एवं अनुशासन के लिए प्रसिद्ध है। यह दून घाटी की सुरम्य वादियों में स्थित है। इसका भवन अत्यंत भव्य है। यहाँ लगभग तीन हजार विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं। हमारे विद्यालय में छात्रावास की सुविधा उपलब्ध है।
हमारे विद्यालय में छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास पर बल दिया जाता है। खेल-कूद की यहाँ पर्याप्त व्यवस्था है। यहाँ सभी प्रमुख खेलों के कोच हैं। तैराकी और घुड़सवारी के उत्तुम प्रशिक्षण की सभी सुविधाएँ यहाँ उपलब्ध हैं। मेरे विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं सभी शिक्षक अत्यंत परिश्रमी हैं। वे हमारे साथ बहुत ही स्नेहपूर्ण व्यवहार करते हैं। वे सभी अपने-अपने विषय के विद्वान हैं। हमारी कक्षा अध्यापिका मिस जोजफ एक सहृदय और अनुशासनप्रिय महिला हैं। हमारे विद्यालय का परीक्षा परिणाम सदैव शत-प्रतिशत आता है।
यहाँ का प्राकृतिक वातावरण सभी का मन मोह लेता है। अगले वर्ष जब तुम भारत-यात्रा पर आओगी तो मेरा विद्यालय देखने अवश्य आना। तुम्हें यहाँ आकर प्रसन्नता होगी।
शेष कुशल।
तुम्हारी प्रिय सखी
चारू