Home » Posts tagged "Hindi Essay" (Page 20)

Hindi Essay, Nibandh on “बिना विचारे जो करै, सो पाछे पछताय”, “Bina Vichare Jo Kare So Pache Pachtaye” Hindi Paragraph, Speech.

Hindi-Essay-Logo

बिना विचारे जो करै, सो पाछे पछताय  गिरिधर कवि की इस उक्ति का अर्थ है कि जो लोग बिना सोच-विचार के कार्य करते हैं, उन्हें बाद में पछताना पडता है। इससे एक तो वे अपना काम बिगाड़ लेते हैं तथा साथ ही सारे संसार में...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “मेरा प्यार भारतवर्ष  “, “Mere Pyara Bharatvarsh” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

मेरा प्यार भारतवर्ष   भारत का भौगोलिक सौंदर्य अद्वितीय है। एक ओर उत्तर में हिमालय सुशोभित है, तो दक्षिण में हिंद महासागर लहरा रहा है और पश्चिम में रेगिस्तान है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक प्रकृति की छटा अत्यंत आकर्षक है। भारतीय संस्कृति अत्यंत प्राचीन है।...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “सब दिन रहत न एक समान”, “Sab Din Rahat Na Ek Saman” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

सब दिन रहत न एक समान परिवर्तन ही जीवन है। प्रकृति के हर क्षण में हमें परिवर्तन दिखाई देता है, जैसे सूर्य और चंद्रमा का उदय या अस्त होना, दिन और रात का होना, पेड़-पौधों पर फल-फूल लगना। ऋतुओं का आना-जाना सब परिवर्तन के अंतर्गत...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “जहाँ सुमति तहँ संपति नाना”, “Jaha Sumati Taha Sampati Nana” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

जहाँ सुमति तहँ संपति नाना इस सूक्ति का अर्थ है-जहाँ सुमति होती है अर्थात् सदविचार होते हैं, वहाँ अनेक प्रकार के सुख एवं समृद्धि स्वयं आ जाती है। सुमति का प्रभाव व्यक्ति के चरित्र पर सकारात्मक पड़ता है और वह चरित्रवान हो जाता है। सुमति...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “राष्ट्रभाषा हिंदी”, “National Language Hindi” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

राष्ट्रभाषा हिंदी प्रत्येक स्वाधीन राष्ट्र की एक राष्ट्रभाषा अवश्य होती है, जो शासन शिक्षा का माध्यम तथा राष्ट्र के गौरव की पहचान होती है। जब भारत स्वतंत्र हुआ, तो देश का संविधान नहीं था। भारत का संविधान बनने में लगभग दो-ढाई वर्ष लगे। संविधान सभा...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “बड़े शहर में जीवन”, “Life in the Big City” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

बड़े शहर में जीवन जिन शहरों की आबादी लाखों में होती है, उन्हें ‘महानगर’ कहा जाता है। भारत में दिल्ली, कोलकाता, मुंबई तथा चेन्नई को महानगरों की कोटि में रखा गया है। महानगरों का जीवन अनेक रूपों में मनुष्य के लिए वरदान से कम नहीं...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “विद्यार्थी और फैशन”, “Students and Fashion” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

विद्यार्थी और फ़ैशन फ़ैशन एक प्रकार की युग प्रवृत्ति है, जिसमें समय के साथ-साथ बदलाव आते रहते हैं तथा जिसका सीधा संबंध व्यक्ति की रुचि-बोध, कला-दृष्टि और सौंदर्य-चेतना से है। प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि दूसरों के सामने सुंदर, अत्याधुनिक, आकर्षक तथा मॉडर्न लगे फिर...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “महँगाई की समस्या”, “Inflation Problem” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

महँगाई की समस्या आज के युग ने अनेक समस्याओं को जन्म दिया है, जिनमें महँगाई की समस्या भी प्रमुख है। जब जीवनोपयोगी वस्तुएँ अधिक मूल्यों पर उपलब्ध होती हैं, विक्रेता या उत्पादक अधिकाधिक लाभ कमाने के लिए वस्तुओं के मूल्य में वृद्धि कर देते हैं...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “भारत में बेरोज़गारी की समस्या”, “Unemployment Problem in India” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

भारत में बेरोज़गारी की समस्या जब काम करने के इच्छुक लोगों को अपनी जीविका चलाने के लिए उपयुक्त काम नहीं मिलता, तो इस स्थिति को ‘बेरोजगारी’ कहा जाता है। बेरोजगारी के अनेक रूप हो सकते हैं-कुछ लोग वर्ष में कुछ महीने काम करते हैं तथा...

Continue reading »

Hindi Essay, Nibandh on “पर्यावरण प्रदूषण”, “Problem of Dowry” Hindi Paragraph, Speech for Class 6, 7, 8, 9, 10 and 12 Students.

Hindi-Essay-Logo

दहेज़ प्रथा की समस्या  दहेज प्रथा का शुभारंभ एक सात्विक प्रथा के रूप में किया गया था। लाड-प्यार से पाली-पोसी पुत्री ससुराल में जाकर सुख-समृद्धि की वर्षा करे तथा वह समदधि बढ़ाने वाली लक्ष्मी सिदध हो, इसीलिए कन्या के पिता विवाह के समय उसे दहेज...

Continue reading »