यदि मेरी लॉटरी लग जाए
सृष्टि के सभी चराचरों में मानव को सर्वश्रेष्ठ माना गया है क्योंकि केवल उसी में बौदधिक क्षमता. चेतना तथा सोचने-विचारने की शक्ति है। अपनी कल्पना शक्ति के सहारे केवल वही अपने भविष्य के प्रति अनेक प्रकार के सपने संजोया करता है। केवल मानव ही सभी प्राणियों में सबसे अधिक महत्त्वाकांक्षी भी है तथा वह अपने जीवन को अधिक-से-अधिक सुविधाओं से पूर्ण बनाना चाहता है। सरल साधनों द्वारा धन प्राप्ति के लिए इच्छक रहता है, जिनमें एक साधन लॉटरी भी है। मेरी भी इच्छा है कि मेरी एक लाख की लॉटरी निकल आए। यदि कभी ऐसा हुआ, तो उस धन से मैं सर्वप्रथम अपने संबंधियों तथा मित्रों को मिठाई खिलाऊँगा एवं भोज दूँगा। चूंकि प्रत्येक कार्य में ईश्वर की मर्जी भी होती है, इसलिए मैं कुछ धन शंकर जी के मंदिर में दान दूँगा। किताबें, कंप्यूटर, साइकिल, इंवर्टर आदि जैसी कुछ वस्तुएँ खरीदने की अपनी इच्छा भी मैं लॉटरी निकल जाए, तो पूरा कर सकता हूँ। इन सब कार्यों को पूरा करने के बाद यदि कुछ धन बच जाएगा, तो मैं उसे बैंक में जमा करूँगा। ईश्वर करे मेरी यह इच्छा जल्दी-से-जल्दी पूरी हो जाए।