मेरे गाँव का मेला
Mere Gaon Ka Mela
मेरे गाँव में महादेवजी का एक बहुत पुराना मंदिर है। उसके पास हर साल सावन के महीने में एक बड़ा मेला लगता है। पिछले साल मैं भी एक मित्र के साथ यह मेला देखने गया था।
मेले में आस-पास के गाँवों से बहुत-से लोग आए हुए थे। कुछ लोग पैदल आए थे। कुछ बैलगाड़ियों में आए थे। कुछ किसान अपने ट्रैक्टरों में बैठकर आए थे, तो कुछ बसों में आए थे। वह सब रंग-बिरंगे कपड़े पहने हुए थे।
मेले में चारों ओर दुकानें सजी हुई थीं। कुछ लोग मिठाइयाँ खरीद रहे थे। कुछ लोग कपड़े खरीद रहे थे। खिलौनों की दुकानों पर बच्चों की भीड़ थी। बर्तनों और चूड़ियों की दुकानों पर महिलाएँ खरीदारी कर रही थीं। एक जगह मदारी बंदर-बंदरिया का खेल दिखा रहा था।
हम दोनों मित्रों ने देर तक मेले का आनंद लिया। हमने मिठाई खाई,फोटो खिंचवाए और निशाना लगाया। हमने मिनी रेलगाडी में बैठने का मजा भी लिया।
आज भी मैं उस मेले को भूला नहीं हूँ।